अम्बिकापुर। कोतवाली पुलिस ने पिकअप वाहन चोरी के मामले में तेजी दिखाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी किया गया वाहन उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के बभनी से बरामद किया गया।
कैसे हुआ मामला?
22 अगस्त 2025 की रात प्रार्थी अविनाश कुमार ताम्रकार का सेकेंड हैंड पिकअप (नंबर CG/10/AB/0473) उनके घर से चोरी हो गया था। शिकायत दर्ज होते ही कोतवाली थाना ने अपराध क्रमांक 592/25, धारा 303(2) बी.एन.एस. के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने ऐसे ट्रैक किया चोरी का वाहन
पुलिस ने सबसे पहले इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखी। इसके बाद मुखबिर से मिली जानकारी ने बड़ी मदद की। मोबाइल लोकेशन और संदिग्धों के संपर्कों की जांच के बाद पुलिस सीधा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले तक पहुंची और वहां से चोरी का पिकअप वाहन जब्त कर लिया।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि अनिल पावले (35, कपाट बहरी, बतौली) ने अपने साथी संदीप कुशवाहा (28, कोटराही, बसंतपुर) के साथ मिलकर यह वाहन चोरी किया और उसे मुनेश कुमार कुशवाहा (25, चैनपुर आसनडीह, बभनी, सोनभद्र) को 1.50 लाख रुपये में बेच दिया।
पूछताछ में अनिल ने माना कि उसे सौदे से सिर्फ 11 हजार रुपये मिले थे। इनमें से उसने 1 हजार रुपये संदीप को दिए और बाकी पैसा मौज-मस्ती व खाने-पीने में उड़ा दिया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत तीनों को हिरासत में लेकर चोरी का वाहन बरामद कर लिया। अब इनके खिलाफ धारा 317(2) और 3(5) बी.एन.एस. भी जोड़ी गई है। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।
किसकी रही बड़ी भूमिका?
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक अजय पाण्डेय, विकास सिन्हा, आरक्षक अमित विश्वकर्मा, नितिन सिन्हा और विकास मिश्रा की अहम भूमिका रही।