भाद्रपद शुक्ल तृतीया के दिन हरतालिका तीज का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए व्रत रखती हैं। मान्यता है कि भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा से विशेष पुण्य और अच्छे परिणाम मिलते हैं।
teej in chhattisgarh 2025 छत्तीसगढ़ में तीजा की अनोखी परंपरा
छत्तीसगढ़ में तीजा, खासकर हरतालिका तीज, की अपनी अलग पहचान है। यहां बेटियां इस पर्व को मनाने के लिए ससुराल से मायके आती हैं। उन्हें लाने के लिए पिता या भाई खुद ससुराल जाते हैं। इस पर्व का महत्व इतना गहरा है कि बुजुर्ग महिलाएं भी तीजा पर मायके आने के लिए बेसब्री से इंतजार करती हैं।
हरियाली तीज 2025
- तारीख: 26 अगस्त 2025
- तिथि: श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, तृतीया
- महत्व: विवाहित महिलाएं इस दिन पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और भगवान शिव-माता पार्वती की पूजा करती हैं।
- खासियत: यह त्यौहार हरियाली और प्रकृति के उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसमें झूले, गीत-संगीत और पारंपरिक पकवानों का खास महत्व होता है।
हरतालिका तीज 2025
- तारीख: 23 अगस्त 2025
- तिथि: भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष, तृतीया
- महत्व: विवाहित महिलाएं यह व्रत पति की दीर्घायु के लिए करती हैं।
- कथा: मान्यता है कि देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। हरतालिका तीज उसी पावन प्रसंग की स्मृति में मनाई जाती है।