अम्बिकापुर। स्मार्टफोन ने जिंदगी आसान कर दी है, लेकिन साइबर ठग अब इसका सबसे खतरनाक इस्तेमाल कर रहे हैं। नकली APK फाइल्स के जरिए ये ठग आपके फोन में घुसकर बैंक अकाउंट साफ कर रहे हैं। सरगुजा पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है— “सतर्क रहिए, वरना एक क्लिक में लाखों रुपये जा सकते हैं।”
हाल ही में सामने आए मामलों में देखा गया कि फर्जी ऐप्स से वायरस फैलाकर ठग UPI पिन, बैंक डिटेल्स और पर्सनल डेटा चुरा रहे हैं। हजारों लोग शिकार बन चुके हैं और अगला नंबर आपका भी हो सकता है!
टॉप 7 खतरनाक APK फ्रॉड्स
सरगुजा पुलिस ने उन सात बड़े APK फ्रॉड्स की लिस्ट जारी की है, जिनसे रोजाना लोग ठगे जा रहे हैं:
- Gas Connection APK Fraud – फर्जी गैस कनेक्शन ऐप से एडवांस पेमेंट के नाम पर ठगी।
- Online Car Rental APK Fraud – कार बुकिंग के बहाने पैसे वसूले और ठग फरार।
- E-SIM Activation APK Fraud – नकली ई-सिम ऐप से मोबाइल डेटा और नंबर हैक।
- Hospital Appointment APK Fraud – अस्पताल की फर्जी बुकिंग, लेकिन असल में डेटा चोरी।
- Banking APK Fraud – बैंकिंग ऐप्स के नाम पर UPI और नेट बैंकिंग डिटेल्स लूट।
- Wedding Invitation APK Fraud – शादी का न्योता बताकर APK भेजा, फोन हैक हो गया।
- Traffic Challan/Vahan APK Fraud – फर्जी चालान ऐप से ऑनलाइन पेमेंट कराकर लाखों की ठगी।
पुलिस की सुपर टिप्स: ऐसे बनें ‘साइबर शील्ड’
- अज्ञात लिंक से दूर रहें: व्हाट्सएप, SMS या ईमेल से आई APK फाइल कभी डाउनलोड न करें।
- सिर्फ ऑफिशियल ऐप्स इंस्टॉल करें: Google Play Store और Apple App Store ही भरोसेमंद हैं।
- URL हमेशा चेक करें: किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सही वेबसाइट का पता करें।
- ऑफिशियल चैनल का इस्तेमाल करें: बैंक, गैस, अस्पताल या गवर्नमेंट सर्विसेज सिर्फ उनकी ऑफिशियल साइट/ऐप से ही यूज़ करें।
- सिक्योरिटी ऑन रखें: मोबाइल में एंटीवायरस, सॉफ्टवेयर अपडेट और फायरवॉल हमेशा एक्टिव रखें।
ठगी हुई तो क्या करें?
अगर आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत एक्शन लें।
- हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें
- या www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
याद रखें – जितनी जल्दी शिकायत करेंगे, पैसे वापस मिलने का चांस उतना ज्यादा रहेगा।