छत्तीसगढ़ की सियासत में उस वक्त हलचल मच गई जब राज्य के मंत्री केदार कश्यप पर एक गरीब कर्मचारी के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार का आरोप लगा। घटना जगदलपुर सर्किट हाउस की बताई जा रही है। आरोप है कि मंत्री ने कर्मचारी से न सिर्फ मारपीट की बल्कि उसकी मां को भी अपशब्द कहे।
कांग्रेस का तीखा हमला
मामला सामने आते ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने केदार कश्यप पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा –
“जिस तरह से मंत्री ने एक गरीब कर्मचारी से मारपीट की और उसकी मां को गाली दी, वह बेहद निंदनीय है। भाजपा नैतिकता की बात करती है, लेकिन उसके ही मंत्री गरीब की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता बची है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”
दीपक बैज ने इस घटना को भाजपा की कथनी और करनी में अंतर का प्रतीक बताया।
भाजपा पर नैतिकता का सवाल
कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि एक तरफ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण और सेवा की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी के मंत्री आम जनता के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। इस घटना ने भाजपा की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस कथित घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मंत्री और कर्मचारी के बीच तीखी बहस दिखाई दे रही है। हालांकि अब तक मंत्री केदार कश्यप की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
जनता और संगठनों का आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय लोगों और कर्मचारी संगठनों में गुस्सा देखा जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
बड़ा सवाल
यह विवाद केवल एक कर्मचारी की गरिमा का नहीं, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों की जवाबदेही और नैतिकता पर भी सवाल उठाता है। यदि आरोप सच साबित होते हैं, तो मंत्री केदार कश्यप को अपने पद से इस्तीफा देकर जांच में सहयोग करना चाहिए।