छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के विरेंद्रनगर गांव में धार्मिक झंडे को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यहां हनुमान ध्वज के ऊपर मुस्लिम समुदाय का झंडा फहराने और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया। हालांकि प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
मामला त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम विरेंद्रनगर का है।
गांव की सार्वजनिक सोलर पानी टंकी पर गणेश उत्सव के दौरान हनुमान ध्वज लगाया गया था।
4 सितंबर को कुछ युवकों ने टंकी पर चढ़कर हनुमान ध्वज के ऊपर मुस्लिम ध्वज फहरा दिया और उसकी रील बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दी।
शनिवार को जैसे ही यह वीडियो गांव में वायरल हुआ, दोनों समुदायों में आक्रोश फैल गया और तनाव का माहौल बन गया।
प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में
घटना की जानकारी मिलते ही बलरामपुर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे। ध्वज को नीचे उतारा गया और शांति बनाए रखने के लिए शांति समिति की बैठक बुलाई गई। बैठक में दोनों समुदायों के लोग मौजूद रहे।
हिंदू समाज के लोगों ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने लोगों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की।
SP का बयान
बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने कहा –
“गांव की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। कुछ संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है। धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
अभी गांव का माहौल
फिलहाल गांव की स्थिति सामान्य लेकिन तनावपूर्ण है।
- गांव में 24 घंटे पुलिस बल तैनात है।
- पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार निगरानी कर रही है।
- सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
बड़ी सीख
बलरामपुर की यह घटना दिखाती है कि कैसे सोशल मीडिया के दुरुपयोग और धार्मिक प्रतीकों से छेड़छाड़ समाज में तनाव भड़का सकती है। इस बार प्रशासन की तत्परता से हालात काबू में आ गए, लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाजिक जागरूकता और प्रशासनिक सख्ती दोनों ही जरूरी हैं।