सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के भाजपा नेता विष्णभर यादव की बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते इच्छा मृत्यु की मांग ने प्रदेशभर में हलचल मचा दी थी। लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे यादव इलाज का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने सरकार से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांग ली। सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हुआ और राजनीति से लेकर समाज के हर वर्ग में चर्चा का विषय बन गया।
बीमारी और आर्थिक संकट से टूटी हिम्मत
बताया जा रहा है कि विष्णभर यादव पिछले लंबे समय से लिवर और किडनी की गंभीर समस्या से पीड़ित हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनका परिवार महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा पा रहा था। मजबूरी और निराशा में उन्होंने सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग कर दी।
सोशल मीडिया पर छाया मुद्दा
जैसे ही यह खबर सामने आई, लोगों ने सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में उनकी मदद की अपील शुरू कर दी। आम जनता के साथ-साथ राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने भी इसे गंभीर मामला मानते हुए सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की।
मदद के लिए आगे आए भूपेश बघेल
मामला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंचा। उन्होंने तुरंत यादव की पत्नी से संपर्क किया और रायपुर में इलाज कराने की सलाह दी। इसके बाद बघेल ने AIIMS रायपुर में उनके उपचार की व्यवस्था करवाई।
बघेल खुद रायपुर AIIMS पहुंचे और विष्णभर यादव से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया –
“विष्णभर यादव हमारे समाज के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उनका इलाज पूरी जिम्मेदारी से होगा। हम सब उनके साथ खड़े हैं और जल्द ही उन्हें स्वस्थ देखकर खुशी होगी।”
AIIMS में शुरू हुआ इलाज
डॉक्टर्स की टीम ने AIIMS रायपुर में यादव का इलाज शुरू कर दिया है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक उनकी हालत फिलहाल स्थिर है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे का उपचार तय होगा।
परिवार ने राहत की सांस ली है और सभी शुभचिंतकों, खासकर भूपेश बघेल का आभार जताया है।
पूरे प्रदेश में चर्चा
विष्णभर यादव का मामला इस समय छत्तीसगढ़ की राजनीति और समाज दोनों में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक ओर यह राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था और आर्थिक चुनौतियों को सामने लाता है, वहीं दूसरी ओर मानवीय संवेदना और राजनीतिक सहयोग की मिसाल भी पेश करता है।