अंबिकापुर। बीएड डिग्री दिलाने के नाम पर 40 हजार रुपये की ठगी और फर्जी मार्कशीट देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी करन सग्गर और उसके पिता सतीश सग्गर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने मिलकर प्रार्थी को झांसे में लेकर धोखाधड़ी की थी।
कैसे हुआ पूरा खेल?
पीड़ित कैस मोहम्मद ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी ने वर्ष 2022 में प्री-बीएड प्रवेश परीक्षा दी थी। इसी दौरान करन सग्गर ने खुद को रायपुर की कलिंगा यूनिवर्सिटी का ब्रोकर बताकर उनसे संपर्क किया।
- करन ने बीएड कोर्स की फीस ₹80,000 बताई।
- पहले किस्त में उसने प्रार्थी से ₹40,000 नकद ले लिए।
- बाद में बार-बार टालमटोल कर प्रार्थी को फर्जी मार्कशीट व्हाट्सएप पर भेज दी।
लेकिन जब पीड़ित ने यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर मार्कशीट चेक की तो उसकी पुष्टि नहीं हुई।
जांच में निकला फर्जीवाड़ा
कोतवाली पुलिस ने विवेचना के दौरान –
- फर्जी मार्कशीट
- व्हाट्सएप चैट
- एडमिशन रसीद
जब्त की। कलिंगा यूनिवर्सिटी से पुष्टि के बाद यह साफ हुआ कि मार्कशीट पूरी तरह फर्जी है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
कोतवाली पुलिस ने पहले सतीश सग्गर को गिरफ्तार किया और अब करन सग्गर को दबोच कर न्यायालय में पेश किया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक वंश नारायण शर्मा, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, छत्रपाल सिंह, आरक्षक देवेंद्र पाठक और लालभुवन सिंह की सक्रिय भूमिका रही।