छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का सब्र आखिर टूट गया। पिछले 50 साल से सेवा दे रही महिलाएं सोमवार को खैरागढ़ में सड़कों पर उतर आईं। सुबह से ही उन्होंने अंबेडकर चौक पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की वजह से अंबेडकर चौक से इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय मार्ग घंटों तक जाम रहा। हालात बिगड़ने से रोकने के लिए प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया।
करीब दोपहर 2 बजे प्रदर्शनकारी रैली की शक्ल में नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
“19 सितंबर को रायपुर में बड़ा आंदोलन”
संघ की जिला अध्यक्ष लता तिवारी ने कहा कि अभी यह एक दिवसीय जिला स्तरीय हड़ताल है। लेकिन 19 सितंबर को रायपुर में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगी।
ये हैं उनकी मुख्य मांगें
- कर्मचारी का दर्जा
- न्यूनतम वेतन
- पेंशन और ग्रेच्युटी
- बीमा और चिकित्सा सुविधा
- पदोन्नति का अधिकार
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि इस बार उनका आंदोलन अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा।