सूरजपुर, 22 सितम्बर 2025।
Surajpur News सर्वोच्च न्यायालय एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार नाबालिग बच्चों के गलत उम्र निर्धारण कर जेल में निरूद्ध किए जाने की संभावना को देखते हुए, जिला जेल सूरजपुर का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण का उद्देश्य
यह सुनिश्चित करना कि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे जेल में निरूद्ध न हों।
जेल में बंद सभी कैदियों की आयु सत्यापन प्रक्रिया को परखना।
निरीक्षण की कार्यवाही
- निरीक्षण पैनल की अध्यक्षता अनुविभागीय अधिकारी (रा.) सूरजपुर ने की।
- पैनल सदस्यों ने जेल में बंद सभी कैदियों से मुलाकात की।
- जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने कैदियों से सीधे बातचीत कर जानकारी ली।
- एक बंदी ने अपनी उम्र को लेकर शंका व्यक्त की, जिसके दस्तावेजों की जांच कर आयु की पुष्टि की जाएगी।
- अन्य किसी भी बंदी ने खुद को 18 वर्ष से कम उम्र का नहीं बताया।
निरीक्षण में उपस्थित अधिकारी
- शिवानी जायसवाल – अनुविभागीय अधिकारी, सूरजपुर
- अक्षय तिवारी – जेल अधीक्षक, सूरजपुर
- सलदेव सिंह आयाम – सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी
- डॉ. राजेश पैंकरा – चिकित्सा अधिकारी
- मनोज जायसवाल – जिला बाल संरक्षण अधिकारी
- संजय सोनी – सदस्य, बाल कल्याण समिति सूरजपुर
- राजेन्द्र गुप्ता – सामाजिक कार्यकर्ता
- अमित भारिया – विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी
- अखिलेश कुमार सिंह – संरक्षण अधिकारी (संस्थागत)