रायपुर, 4 सितंबर 2025। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 16 हजार संविदा कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देकर सरकार के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है।
कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
सरकार ने 13 अगस्त को हुई बैठक में 10 में से 5 मांगों को मंजूरी दी थी, लेकिन हड़ताल खत्म नहीं होने पर 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद कर्मचारियों का आक्रोश और भड़क उठा।
दुर्ग में भी 850 कर्मचारियों ने इस्तीफा दिया
जिला NHM संघ के संगठन मंत्री अमन दास ने इस्तीफे की पुष्टि की है। वहीं, CMHO डॉ. मिथिलेश चौधरी ने कहा कि ज्ञापन लिया गया है लेकिन अभी स्वीकार नहीं किया गया।
दुर्ग जिले में भी 850 NHM कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है। प्रदेश भर में धरना, प्रदर्शन और रैलियों का दौर जारी है।
सरकार की कड़ी कार्रवाई
बुधवार को सरकार ने 25 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें NHM कर्मचारी संगठन के प्रदेश संरक्षक हेमंत सिन्हा और महासचिव कौशलेश तिवारी भी शामिल हैं।
NHM कर्मचारियों का कहना है कि “सिस्टम दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। शासन-प्रशासन ने बातचीत का रास्ता बंद कर दिया है। ऐसे में प्रोटेस्ट ही एकमात्र विकल्प बचा है।”
अलग-अलग तरीकों से हो रहा विरोध
हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने विरोध जताने के लिए कई अनोखे तरीके अपनाए—
- पीएम, सीएम और स्वास्थ्य मंत्री का मुखौटा पहनकर डांस
- खून से सरकार को लेटर लिखना
- पैरोडी गाने और नृत्य के जरिए प्रदर्शन
धमतरी में कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ी गाना “मोर पथरा के देवता मानत नई हे वो” पर डांस कर विरोध जताया। वहीं “तड़पाओगे तड़पा लो” और “क्या हुआ तेरा वादा” जैसे गानों के जरिए भी प्रदर्शन किया गया।
18 अगस्त से ठप स्वास्थ्य सेवाएं
NHM कर्मचारियों की हड़ताल से प्रदेशभर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हैं।
हालांकि सरकार ने 10 में से 5 मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कर्मचारी सभी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात पर अड़े हुए हैं।
सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया था, अन्यथा बर्खास्तगी की चेतावनी दी थी।