बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ अनुभाग में आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। कलेक्टर की जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कक्षा 8वीं की फर्जी अंकसूचियां तैयार कर नौकरी पाई थी।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- अरमाना पति शमशेर आलम (29 वर्ष) – निवासी जारगीम
- रिजवाना पति अमरुद्दीन (33 वर्ष) – निवासी महुआडीह
- प्रियंका यादव पति आशीष यादव (27 वर्ष) – निवासी कोठली
- सुशीला सिंह पति उमाशंकर सिंह (26 वर्ष) – निवासी बेलकोना
मामला कैसे खुला?
- आंगनबाड़ी भर्ती में अनियमितताओं की शिकायत प्रभारी परियोजना अधिकारी ने दर्ज कराई थी।
- कलेक्टर बलरामपुर ने विशेष जांच कमेटी गठित की।
- जांच में पाया गया कि चयनित सहायिकाओं ने फर्जी अंकसूचियां जमा कर नौकरी हासिल की।
कार्रवाई
- चारों महिलाओं के खिलाफ शंकरगढ़ थाने में भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 318(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज।
- आरोपी महिलाओं को न्यायालय में पेश किया गया।
- पुलिस अन्य सहयोगियों की भी जांच कर रही है।
कलेक्टर का बयान
कलेक्टर ने स्पष्ट कहा है कि शासकीय भर्तियों में फर्जीवाड़ा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।
यह घोटाला भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है और ग्रामीण योजनाओं में बढ़ते भ्रष्टाचार को भी उजागर करता है।